परिचय: WAVES 2025 में भारत की रचनात्मक अर्थव्यवस्था का उत्सव
मई महीने में मुंबई में आयोजित हुए WAVES 2025, विश्व का अपना पहला ऑडियो-विजुअल और एंटरटेनमेंट समिट, भारत की रचनात्मक क्षमताओं का दमखम दिखाने वाला एक आयोजन था। इस समिट में चार दिनों के दौरान मीडिया और मनोरंजन के क्षेत्र में अनेक अंतरराष्ट्रीय सौदे और निवेश प्रतिबद्धताएँ दर्ज की गईं। भारत की इस बड़ी उपलब्धि पर कई विशेषज्ञों ने भी अपनी राय दी है।
महत्त्वपूर्ण पहलू: भारत में मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र के बड़े सौदे
WAVES 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, इस आयोजन ने कुल मिलाकर 1.1 अरब डॉलर से अधिक के मीडिया और एंटरटेनमेंट सौदों को जन्म दिया। इस रकम में भारत की सरकारी, अनौपचारिक और निजी कंपनियों की भागीदारी भी शामिल है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि भारत अब ग्लोबल मनोरंजन क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है।
मुम्बई की भूमिका और सरकारी प्रयास
मुम्बई, जो बॉलीवुड का हृदयस्थल है, इस आयोजन का मुख्य केंद्र रहा। महाराष्ट्र सरकार ने इस आयोजन के दौरान कई महत्वपूर्ण समझौते किए। इनमें से एक प्रमुख समझौता था, जिसमें Prime Focus ने 200 एकड़ के फिल्म सिटी के विकास के लिए INR 3,000 करोड़ (लगभग 349 मिलियन डॉलर) का निवेश किया है। इसके अलावा, यूनिवर्सिटी ऑफ़ यॉर्क और वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के साथ भी समझौते हुए, जिनमें शिक्षा और मीडिया инфраструктर की दिशा में प्रतिबद्धताएँ शामिल हैं।
वर्ल्डवाइड निवेश और व्यापार की दिशा
महाराष्ट्र सरकार के साथ-साथ WAVES Bazaar नामक एक वैश्विक मार्केटप्लेस ने भी इस समिट के दौरान INR 1,328 करोड़ (लगभग 154 मिलियन डॉलर) के व्यापारिक सौदों को संभव बनाया। इस प्लेटफ़ॉर्म पर 3,000 से अधिक B2B मीटिंग्स आयोजित की गईं, जिनमें कई अंतरराष्ट्रीय समझौते हुए। उदाहरण के तौर पर, लक्समबर्ग की कंपनी Fabrique d’Images के साथ भारत की Broadvision Perspectives के बीच €30 मिलियन (लगभग 34.9 मिलियन डॉलर) का सह-उत्पादन समझौता हुआ।
क्रिएटर इकोनॉमी और नई पहलें
आपको जानकर खुशी होगी कि YouTube के सीईओ Neal Mohan ने भारत में क्रिएटर इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए INR 850 करोड़ (लगभग 99 मिलियन डॉलर) की प्रतिबद्धता जताई है। इस कदम का मकसद है, भारत के मल्टीलींगुअल क्रिएटरों को वैश्विक मंच पर लाना। साथ ही, ‘Create in India Challenge’ नामक प्रतियोगिता में 60+ देशों से 100,000 से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए। इसमें कला, संगीत, XR, फिल्म, गेमिंग और डिजिटल डिज़ाइन जैसे क्षेत्रों में प्रतियोगिताएँ कराई गईं।
स्टार्टअप्स का प्रदर्शन और निवेश अवसर
WaveX नामक मंच पर, 30 चुनिंदा स्टार्टअप्स ने निवेशकों को आकर्षित किया। इन स्टार्टअप्स में से लगभग 127 को निवेश और साझेदारी के लिए जोड़ा गया। इस पैनल में Microsoft, MIRA, WarmiUp Ventures जैसी कंपनियाँ भी थीं। यह संकेत है कि भारत में नवाचार और तकनीकी विकास के लिए बहुत बड़ा अवसर है।
प्रॉपर्टी, फिल्म, टेक्नोलॉजी और वैश्विक सहयोग
कुल 140 से अधिक बैठकें और सत्र हुए, जिनमें Netflix, Adobe, Reliance और Reliance Industries के प्रमुख भी शामिल थे। Netflix के सह-सीईओ Ted Sarandos ने कहा कि भारत अब सिर्फ एक फिल्म और संगीत का देश नहीं, बल्कि एक क्रिएटर राष्ट्र बन रहा है। इसी कड़ी में, Reliance Industries के प्रमुख Mukesh Ambani ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
सांस्कृतिक और राजनीतिक पहलू
इस समिट में भारत के प्रमुख फिल्म सितारों जैसे Shah Rukh Khan, Deepika Padukone, Aamir Khan और अन्य कलाकारों ने भाग लिया। इन हस्तियों ने न केवल इस कार्यक्रम का सांस्कृतिक आकर्षण बढ़ाया बल्कि, क्रिएटर इकोनॉमी को मजबूती देने में भी योगदान दिया। साथ ही, ‘WAVES Declaration’ नामक दस्तावेज़ पर भी हस्ताक्षर किए गए, जिसमें डिजिटल नैतिकता, डिजिटल समानता और कंटेंट की ईमानदारी पर बल दिया गया है।
निष्कर्ष: भारत की मनोरंजन और क्रिएटर इंडस्ट्री का भविष्य
यह समिट भारत के मीडियाकॉनomy में एक मील का पत्थर साबित हुआ है। सरकार, उद्योग, और वैश्विक साझेदारी के माध्यम से यह क्षेत्र नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है। देश के युवा क्रिएटर और स्टार्टअप्स अब विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।
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