एक अंतरराष्ट्रीय संगठन जिसने 70 देशों के 150,000 पायलटों का प्रतिनिधित्व किया है, ने जनता से अपील की है कि वे एयर इंडिया दुर्घटना के कारणों को लेकर अटकलबाजियों से बचें। संगठन ने कहा कि वर्तमान जांच को पूरा होने देना अत्यंत जरूरी है।
यह वक्तव्य उस समय आया है, जब कुछ ही दिनों पहले विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने अहमदाबाद में हुए बोइंग 787 विमान दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें 260 लोगों की जान गई।
मोंट्रियल स्थित गैर-लाभकारी संगठन इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ एयर लाइन पायलट्स एसोसिएशन्स (IFALPA) ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, “जहाँ इस प्रारंभिक रिपोर्ट से कई सवाल उठते हैं, वहीं यह जवाब नहीं देती। इस रिपोर्ट के आधार पर कोई भी अनुमान लगाना केवल अटकलबाजी होगी, जो जांच की निष्पक्षता में बाधा डाल सकती है।” उसने मीडिया रिपोर्टों और सोशल मीडिया पर हो रही टिप्पणियों को “तेजी से फैलने वाली अफ़वाओं” के रूप में संदर्भित किया।
संगठन ने कहा, “एक प्रारंभिक रिपोर्ट केवल उस समय प्राप्त आंकड़ों को तुरंत साझा करने का माध्यम है, जिसमें जांच के शुरुआती चरणों में मिले तथ्यों का संक्षिप्त विवरण होता है और यह जांच की प्रगति का संकेत भी देती है।”
पायलट संगठनों की ओर से जारी मांग के बीच कि उन्हें इस जांच में पर्यवेक्षक का दर्जा दिया जाए, IFALPA ने कहा कि वह इस प्रक्रिया का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है।
यह रिपोर्ट 16 जुलाई, 2025 को सुबह 12:36 बजे प्रकाशित हुई।