टीसीएस में नई शुरुआत: अमित गोविंद की ग्लोबल मार्केटिंग प्रमुख की भूमिका
भारतीय आईटी कंपनी Tata Consultancy Services (TCS) ने हाल ही में अपने वरिष्ठ नेतृत्व में बड़ा बदलाव किया है। कंपनी ने अमित गोविंद को ग्लोबल हेड ऑफ मार्केटिंग – सस्टेनेबल सर्विसेज के रूप में पदोन्नत किया है। यह पदभार उस समय पर आया है जब कंपनियां पर्यावरण और स्थिरता को अपने व्यवसाय का अभिन्न हिस्सा बनाने में जुटी हैं।
अमित गोविंद का करियर और अनुभव
अमित गोविंद का करियर डिजिटल रणनीति, कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन और मार्केटिंग इनोवेशन जैसे क्षेत्रों में व्यापक है। उन्होंने 2018 में TCS में कदम रखा और अपनी शुरुआत सोशल मीडिया, इंटरनल कम्युनिकेशन और एंप्लॉय एडवोकेसी प्रोग्राम्स से की। उनके इस नए मानेडेट का उद्देश्य TCS की स्थिरता सेवाओं को वैश्विक स्तर पर मजबूत बनाना है।
उनके अपने करियर में ऑडी इंडिया, dentsu, L&T Infotech, CometChat और Germin8 जैसी शीर्ष कंपनियों के साथ काम करने का अनुभव शामिल है। इन संस्थानों में उन्होंने ऑनलाइन प्रतिष्ठा, influencer relations, डिजिटल क्रिएटिव और कम्युनिटी engagement जैसे क्षेत्रों में काम किया।
स्नातक से लेकर विशेषज्ञता तक: प्रमुख उपलब्धियां
डेंटसु PR में रहते हुए, उन्होंने Coca-Cola India, Unilever, Air India और Singapore Airlines जैसी बड़ी ब्रांड्स के लिए एकीकृत अभियानों का नेतृत्व किया। उनके नेतृत्व में, इन कंपनियों ने अपने ब्रांड image को मजबूत किया और डिजिटल मार्केटिंग में नई ऊँचाइयां हासिल कीं।
नए पद का महत्व और कंपनी की दिशा
टीसीएस में अब अमित गोविंद का मुख्य कार्य वैश्विक स्तर पर कंपनी की स्थिरता सेवाओं का प्रचार करना है। इसमें क्लाइमेट टेक्नोलॉजी, एंटरप्राइज डिकार्बोनाइजेशन और ESG-लॉड डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन जैसी प्रमुख पहलों को शामिल किया जाएगा। इस भूमिका के तहत, वे कंपनी की ग्रीन टेक्नोलॉजी क्षमताओं को बढ़ावा देंगे और बाजार में अपनी पहचान मजबूत करेंगे।
विशेष कार्यक्रम और पहलों का प्रभाव
यह बदलाव ऐसे समय पर आया है जब डिजिटल और स्थिरता संबंधी पहलें व्यवसायों के लिए अधिक महत्वपूर्ण हो रही हैं। इस संदर्भ में, विशेषज्ञों का मानना है कि टीसीएस जैसी बड़ी कंपनी का यह कदम भविष्य में वैश्विक स्थिरता और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नई दिशा तय कर सकता है।
उदाहरण के तौर पर, एक रिपोर्ट में कहा गया है कि RBI और विकिपीडिया जैसी संस्थाएं स्थिरता से जुड़ी नीतियों को मजबूत कर रही हैं, जो कंपनियों के दिशा-निर्देश तय कर रही हैं।
एडजस्टमेंट्स और मीडिया की भूमिका
सामाजिक मीडिया पर भी इस बदलाव का व्यापक प्रभाव देखने को मिला है। देश और मध्यपूर्व के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर, इन दिनों influencers वीडियो के माध्यम से गर्मियों में बर्फ गिरने का दिखावा कर रहे हैं, जो पर्यावरण परिवर्तन का प्रतीक बन चुका है। इन वीडियो का मकसद जागरूकता फैलाना और लोगों को पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक करना है।
भारत की मनोरंजन और टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में कदम
इसी बीच, नई दिल्ली में आयोजित Storyboard18 डिजिटल एंटरटेनमेंट समिट में, नीति निर्धारकों और उद्योग के नेताओं ने बताया कि टैलेंट, टेक्नोलॉजी और गवर्नेंस के मेल से भारत अपने मनोरंजन उद्योग को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत बना रहा है।
यह मंच भारत की नई प्रतिभाओं को उत्पन्न करने और इनोवेटिव डिजिटल प्रोडक्ट्स के विकास को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी बन रहा है। साथ ही, यह दर्शाता है कि भारत जल्द ही वैश्विक मनोरंजन एवं टेक्नोलॉजी की बड़ी ताकत बन सकता है।
हाल के आंकड़े और भविष्य की संभावनाएं
विशेषज्ञों का मानना है कि टीसीएस जैसी कंपनियों की स्थिरता और टेक्नोलॉजी में बढ़ती दिलचस्पी भारतीय अर्थव्यवस्था के दीर्घकालिक विकास के संकेत हैं। भारतीय सरकार भी इस दिशा में कई नई नीतियों पर काम कर रही है, जिनमें पर्यावरण संरक्षण और टिकाऊ विकास को प्राथमिकता दी जा रही है।
निष्कर्ष
अमित गोविंद का यह कदम, कंपनी के पर्यावरण और स्थिरता लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। यह बदलाव न केवल टीसीएस के लिए बल्कि पूरे भारतीय आईटी क्षेत्र के लिए भी प्रेरणादायक है। जैसे-जैसे कंपनियां अपनी जिम्मेदारी समझ रही हैं, वैसे-वैसे भारत भी विश्व स्तर पर अपने टिकाऊ विकास के लक्ष्य हासिल कर रहा है।
यह जरूरी है कि हम भी अपने क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण, ऊर्जा बचत और टिकाऊ प्रयासों को प्राथमिकता दें। इस विषय पर आपकी क्या राय है? नीचे कमेंट करें और समाज में बदलाव में भाग लें।
स्रोत: [टीसीएस ऑफिशियल वेबसाइट](https://www.tcs.com), Storyboard18
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