शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार (15 जुलाई, 2025) को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें ‘सस्ती राजनीति’ में शामिल होने का आरोप लगाया। यह टिप्पणी उस समय आई जब ओडिशा के बालासोर जिले में एक कॉलेज छात्रा की मौत को लेकर राजनीति गरमाई हुई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की सरकार पर विश्वास और न्याय के प्रति ठोस कदम उठाने का आरोप लगाते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कांग्रेस सदैव हर संकट का लाभ उठाने का प्रयास करती है। उन्होंने यह बयान तब दिया जब राहुल गांधी ने कहा कि देश इस घटना पर जवाब तलाश रहा है और प्रधानमंत्री का ‘मौन’ इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा है।
प्रधानमंत्री ने अपने वक्तव्य में कहा, “राहुल गांधी और कांग्रेस द्वारा इस दुखद घटना का राजनीतिकरण करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। इस गंभीर और संवेदनशील मुद्दे को राजनीति का हथियार बनाना राहुल गांधी की छोटी सोच को दर्शाता है।” उन्होंने आगे कहा कि ओडिशा में हुई इस घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है, पर कांग्रेस इस मौके का अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल कर रही है।
धर्मेंद्र प्रधान ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार पीड़ित के परिवार के साथ है और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह समय सस्ती राजनीति का नहीं बल्कि न्याय का है। प्रधान ने राहुल गांधी से तुरंत अपने बयान पर माफी मांगने की भी मांग की।
यह घटना उस छात्रा की है, जो फकीर मोहान (ऑटोनोमस) कॉलेज, बालासोर की द्वितीय वर्ष बीएड छात्रा थी। वह सोमवार (14 जुलाई, 2025) को AIIMS भुवनेश्वर में मौत हो गई, जहां वह तीन दिनों से जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रही थी। इससे पहले, शनिवार (12 जुलाई, 2025) को उसने अपने ही कॉलेज कैंपस में आग लगा ली थी, आरोप था कि उसके साथ यौन शोषण की शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं की गई।
राहुल गांधी ने अपने एक पोस्ट में हिंदी में लिखा कि न्याय के लिए संघर्ष कर रही उस बेटी की मौत ‘सीधी हत्या’ है। उन्होंने आरोप लगाया कि उस बहादुर छात्रा ने यौन शोषण के खिलाफ आवाज उठाई, लेकिन बदले में उसे धमकाया गया, प्रताड़ित किया गया और बार-बार अपमानित किया गया। उन्होंने कहा, “जिन्हें उसकी रक्षा करनी चाहिए थी, वे ही उसे तोड़ने में लगे थे।”
राहुल गांधी ने आगे कहा, “जो लोग उसकी रक्षा करने के बजाय उसे दबाने की कोशिश कर रहे थे, वही लोग उसकी मौत के जिम्मेदार हैं। यह आत्महत्या नहीं, बल्कि सिस्टम की साजिश है। मोदी जी, चाहे ओडिशा हो या मणिपुर — देश की बेटियां जल रही हैं, टूट रही हैं, मर रही हैं। और आप चुप हैं? देश आपकी चुप्पी नहीं चाहता, वह जवाब चाहता है।”
यह मामला देश में राजनीतिक गरमी का विषय बना हुआ है, जहां विपक्ष सरकार पर आरोप लगा रहा है कि उसने पीड़ित छात्रा को न्याय नहीं दिया। वहीं, सरकार का कहना है कि वह पीड़ित के परिवार के साथ है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।
यह समाचार देश की बेटियों की सुरक्षा, न्याय और सरकार की जिम्मेदारी को लेकर एक महत्वपूर्ण चर्चा का हिस्सा बन चुका है।