नेपाल में आईसीटी क्षेत्र में बढ़ते अवसर और अमेरिका-नेपाल सहयोग
हाल ही में नेपाल की राजधानी काठमांडू में अमेरिका-नेपाल चैम्बर ऑफ कॉमर्स (AmCham Nepal) ने एक महत्वपूर्ण वेबिनार का आयोजन किया, जिसमें दोनों देशों के बीच आईसीटी (सूचना और संचार प्रौद्योगिकी) क्षेत्र में व्यापक संभावनाओं पर चर्चा हुई। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नेपाल की डिजिटल क्रांति में अमेरिका के साथ मिलकर नई साझेदारी और निवेश के अवसरों को बढ़ावा देना था।
वेबिनार का उद्देश्य और मुख्य बिंदु
अमचैम नेपाल ने इस वेबिनार का आयोजन अमेरिकी दूतावास और अमेरिकी कॉमर्स विभाग की सहायता से किया। इसमें नेपाल और अमेरिका के सरकारी अधिकारी, उद्योगपतियों और आईटी सेक्टर के विशेषज्ञों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नेपाल में डिजिटल नेपाल मिशन को मजबूत करना और अमेरिकी निवेशकों को आकर्षित करना था। साथ ही, इस दौरान क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर नई तकनीकों के कार्यान्वयन और साझा प्रयासों पर भी बात हुई।
नेपाल सरकार का डिजिटल फ्रेमवर्क 2.0
नेपाल सरकार के संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव आदेश खड़का ने इस संदर्भ में कहा कि सरकार ने ‘डिजिटल फ्रेमवर्क 2.0’ बनाकर डिजिटल परिवर्तन को तेज करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने बताया कि सरकार का मकसद अब तक के इन प्रयासों को और मजबूत करना है ताकि डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग गरीबी उन्मूलन, शिक्षा, स्वास्थ्य और सरकारी सेवाओं में आसानी के साथ हो सके।
अमेरिकी सहायता और तकनीकी प्रगति
अमेरिका की ओर से इस वेबिनार में मुख्य वक्ता रहे मिशन के राजनीतिक और आर्थिक प्रमुख मार्क ए. टेम्पलर ने नेपाल के डिजिटलीकरण की सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से नेपाल के ड्रोन तकनीक का उल्लेख किया, जो माउंट एवरेस्ट की सफाई के लिए उपयोग में लाई जाती है। टेम्पलर ने कहा, “नेपाल में प्रतिभाशाली मानव संसाधनों की कमाई है, और यह देश आईसीटी के क्षेत्र में बहुत अच्छा कर सकता है।”
अमेरिकी दूतावास नेपाल की वेबसाइट पर अधिक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
स्थानीय उद्योग और अमेरिकी तकनीक का मेल
नेपाल में टेक्नोलॉजी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भी अपने अनुभव साझा किए। वर्ल्डलिंक कम्युनिकेशंस के संस्थापक और प्रबंध निदेशक दिलीप अग्रवाल ने बताया कि कैसे वर्ल्डलिंक अमेरिकी तकनीक का उपयोग करके ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट सुविधा पहुंचा रहा है। उन्होंने कहा, “नेपाल के लोग अमेरिकी ब्रांड्स पर भरोसा करते हैं। इन साझेदारी से हम नई ऊंचाइयों को छू सकते हैं।” इस तरह की तकनीकी साझेदारी से नेपाल की डिजिटल क्षमताएं मजबूत हो रही हैं।
भविष्य की राहें और निवेश के अवसर
वेबिनार में मौजूद विशेषज्ञों ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग, बायोटेक्नोलॉजी और रीन्यूएबल एनर्जी जैसे उभरते क्षेत्रों में निवेश के अवसर हैं। इंटरनेशनल ट्रेड एडमिनिस्ट्रेशन और एक्सिम बैंक जैसी संस्थाएं नेपाल में इन क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने को इच्छुक हैं।
SelectUSA ने भी नेपाल के तकनीकी कंपनियों को अपनी वार्षिक ग्लोबल कॉन्फ्रेंस में भाग लेने का आमंत्रण दिया। इस सम्मेलन में १०० से अधिक देशों के विशेषज्ञ भाग लेते हैं।
समाप्ति में सोच और भविष्य के संकेत
यह वेबिनार नेपाल के डिजिटल युग में एक नया कदम माना जा रहा है। इससे न केवल नेपाल में आईसीटी सेक्टर को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि दोनों देशों के बीच व्यापार व साझेदारी के नए द्वार भी खुलेंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के मंच भारत-नेपाल जैसी परंपरागत साझेदारियों से आगे बढ़कर विश्व के तकनीकी मंच पर नेपाल का नाम ऊंचा करने का अवसर प्रदान करते हैं।
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यह भी ध्यान देना आवश्यक है कि डिजिटल नेपाल का लक्ष्य न केवल तकनीकी प्रगति है, बल्कि यह देश की आर्थिक स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता को भी मजबूत कर रहा है। इस दिशा में सरकारी और निजी दोनों क्षेत्र मिलकर काम कर रहे हैं। आने वाले वर्षों में, नेपाल का आईसीटी क्षेत्र शायद एक नया कीर्तिमान स्थापित कर सकेगा, जब विश्व की दिग्गज कंपनियों से साझेदारी और निवेश बढ़ेगा।
निष्कर्ष
नेपाल में आईसीटी सेक्टर की तेजी से बढ़ती यह तस्वीर हमारे देश के डिजिटल भविष्य का संकेत है। अमेरिका जैसे विश्व शक्ति के साथ साझेदारी नेपाल को उच्च तकनीक और नवाचार के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक ले जा सकती है। यह कार्यक्रम न केवल तकनीकी विकास की दिशा में एक कदम है, बल्कि यह नेपाल के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है। देखना यही है कि कैसे यह सहयोग देश की विकास यात्रा में नया अध्याय जोड़ता है।