नेपाल में इलेक्ट्रिक वाहन क्रांति: नई द्रष्टिकोण और बदलाव
नेपाल में हाल के सालों में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। यह बदलाव न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता का प्रतीक है, बल्कि देश की आर्थिक स्थिरता और विकास का संकेत भी है। इस नई क्रांति का मुख्य कारण है चीन से आए EV के आयात और सरकारी पहलों का तेजी से विस्तार। 2024 में नेपाल में नए चारपहिया वाहनों में से करीब 70% इलेक्ट्रिक थीं, जो इस क्षेत्र में एक रिकार्ड तोड़ विकास दर्शाता है।
चीन से आए EV मॉडल्स ने बनाई बाजार की पहचान
नेपाल के EV बाजार में मुख्य रूप से चीन की कंपनियों जैसे BYD, Changan, NIO, Dongfeng, Great Wall Motors, Skywell और Neta की विनिर्मित वाहनें शामिल हैं। FY 2023/24 में कुल आयातित EV का लगभग 76% हिस्सा चीन से आया, जो इसे दक्षिण एशिया के प्रमुख हरित गतिशीलता केंद्र बनाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि ये सबूत हैं कि नेपाल अपने पर्यावरणीय लक्ष्यों में तेजी से प्रगति कर रहा है।
विकिपीडिया में भी इस बदलाव को लेकर विस्तृत जानकारी मिलती है।
सार्वजनिक परिवहन में भी EV का वर्चस्व
नेपाल में सार्वजनिक परिवहन क्षेत्र भी इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। काठमांडू में अब 12 इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं, जिन्हें महानगर यातायात और परिवहन मंत्रालय के समर्थन से प्रारंभ किया गया है। साथ ही, सझा यातायात और अन्य सेवाएँ अपने बेड़े का विस्तार कर रही हैं। इससे प्रदूषण में कमी और कम ईंधन लागत की संभावनाएँ बढ़ रही हैं।
इस विषय में RBI जैसी एजेंसियों की रिपोर्ट भी बढ़ते EV प्रयोग की पुष्टि करती है।
आर्थिक संकेतक और निवेश का नया दौर
नेपाल की अर्थव्यवस्था भी इन बदलावों का लाभ उठा रही है। नेपाल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक पिछले सप्ताह 138 अंकों से बढ़कर नई ऊँचाइयों पर पहुंच गया है। नेपाल रिज़र्व बैंक की नई मौद्रिक नीति और ब्याज दरों में कमी ने निवेशकों में आशावाद पैदा किया है।
यह वृद्धि आर्थिक सुधारों और सकारात्मक वित्तीय माहौल का संकेत है। साथ ही, ऊर्जा क्षेत्र में भी आशाजनक खबरें हैं। FY 2081/82 में नेपाल ने भारत और बांग्लादेश को NPR 17 अरब के बिजली निर्यात किए हैं। खासतौर पर 900 मेगावाट की Upper Karnali Hydropower परियोजना अब 18 साल बाद निर्माणाधीन है, जो देश के ऊर्जा संसाधनों को सशक्त बनाने का कदम है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास और चुनौतियां
प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के नेतृत्व में पिछले साल नेपाल में सड़क और सड़क संचार का भी विस्तार हुआ। उन्होंने बताया कि एक ही दिन में लगभग 2.55 किलोमीटर की सड़कें बन गईं हैं। फिर भी, अभी भी कई सड़क परियोजनाएँ लंबित हैं, जैसे कि Butwal–Narayanghat हाइवे का लगभग 70% कार्य पूर्ण है, जिसकी अंतिम मियाद अभी 2026 मध्य निर्धारित है।
राजधानी काठमांडू में ट्रैफिक और इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। काठमांडू मेट्रोपॉलिटन सिटी ने FY 2082/83 के लिए NPR 25.11 अरब का बजट मंजूर किया है, जिसमें मुख्य ध्यान सड़क, सार्वजनिक सेवाएँ और शहर का समुचित प्रबंधन है।
आर्थिक दबाव और सामाजिक बदलाव
हालांकि, इन विकास के बीच कुछ चिंता भी है। राष्ट्रीय बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में 38,685 लोग बैंकों द्वारा ब्लैकलिस्ट किए गए हैं, जिनमें अधिकतर चेक बाउंस और ऋण चूक के कारण हैं। यह संकेत संकेत करता है कि मौद्रिक व्यवस्था में अभी भी कुछ चुनौतियाँ हैं।
डायस्पोरा में नई ऊर्जा: NRNA चुनाव
विदेश में रह रहे नेपाली समुदाय भी इन बदलावों से प्रेरित हैं। ऑस्ट्रेलिया में NRNA (नेपाल नेपाली राष्ट्रीय मंच) के आगामी चुनाव 2025-2027 की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 26 जुलाई, 2025 को मतदान होने पर, समुदाय के नेता एकजुटता, पारदर्शिता और युवाओं के सशक्तिकरण के मुद्दों पर जोर दे रहे हैं। यह चुनाव नेपाली समुदाय के बीच नई ऊर्जा और उम्मीद लेकर आएगा।
इस चुनाव के दौरान, नेता मस्तिष्क स्वास्थ्य, कौशल विकास और समाज में सहभागिता जैसे विषयों पर भी चर्चा कर रहे हैं।
निष्कर्ष: एक नई शुरुआत का संकेत
नेपाल का यह इतिहासिक बदलाव उसके स्थिर और गतिशील विकास का संकेत है। ऊर्जा, वित्तीय क्षेत्र, सड़क और परिवहन—यह सभी तत्व मिलकर देश को नई दिशा दे रहे हैं। इलेक्ट्रिक वाहन और नई नीतियों का समावेश पर्यावरण की रक्षा के साथ-साथ आर्थिक प्रगति का भी संकेत है। इस बदलाव का असर न केवल नेपाल के अंदर, बल्कि दक्षिण एशिया के अन्य देशों पर भी देखने को मिलेगा।
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