भारत सरकार ने हाल ही में नई शिक्षा नीति (National Education Policy) की घोषणा की है, जो देश की शिक्षा व्यवस्था में व्यापक बदलाव लाने का संकेत देती है। इस नीति का उद्देश्य बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना, व्यावहारिक कौशल विकसित करना और शिक्षण प्रणाली को अधिक लचीला बनाना है। नई शिक्षा नीति के तहत प्राथमिक से उच्च शिक्षा तक की व्यवस्था में कई अहम बदलाव किए गए हैं।
इस नीति के तहत, स्कूलों में 5+3+3+4 के आधार पर शिक्षण संरचना अपनाई गई है, जिसमें शुरुआती तीन वर्ष प्री-प्राइमरी के लिए हैं। इसके अलावा, कौशल विकास और व्यावहारिक ज्ञान पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उच्च शिक्षा में भी बहु-विषयक अध्ययन और रिसर्च को प्रोत्साहित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा है कि यह नई नीति देश के युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाएगी। इससे न केवल शिक्षा में गुणवत्ता आएगी, बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इस कदम से देश के शैक्षिक ढांचे में स्थायी बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है।
आइए, जानते हैं इस नई शिक्षा नीति के मुख्य बिंदु और इससे जुड़े फायदों के बारे में।