प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार (17 जुलाई, 2025) की सुबह उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में धार्मिक परिवर्तन रैकेट के कथित मास्टरमाइंड जलालुद्दीन उर्फ चंगुर बाबा और उसके accomplices से जुड़े 14 स्थानों पर छापेमारी की शुरुआत की। इन स्थानों में से 12 उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के उत्तराौला क्षेत्र में हैं, जबकि दो मुंबई, महाराष्ट्र में हैं।
चंगुर बाबा पर आरोप है कि उसने धार्मिक आस्था के नाम पर भारी-भरकम संपत्ति अर्जित की है। केंद्रीय एजेंसी का ध्यान उसके करीबी सहयोगियों और अनुयायियों पर केंद्रित है, जिनके बैंक खातों, संपत्तियों और विदेशी फंडिंग की जांच की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि 5 जुलाई को उत्तर प्रदेश पुलिस की एंटी-टेररिज़म स्क्वॉड ने चंगुर बाबा, उसकी साथी नीतू उर्फ़ नसीरीन और दो अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था। लखनऊ के एक थाने में दर्ज एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि चार व्यक्तियों के खिलाफ यूपी प्रोहिबीशन ऑफ अनलॉफ़ुल रिलिज़ियस कनवर्ज़न एक्ट, 2021 के तहत कार्रवाई की गई है। एफआईआर में कहा गया है कि आरोपियों ने संगठित तरीके से हिंदू और अन्य गैर-मुस्लिम समुदाय के व्यक्तियों को इस्लाम में धर्मांतरण कराने का प्रयास किया।
एफआईआर में यह भी आरोप है कि गरीब, असहाय मजदूर, कमजोर वर्ग और विधवा महिलाओं को प्रलोभन, वित्तीय सहायता, विवाह का वादा या धमकी देकर धर्मांतरण के लिए मजबूर किया गया, जो स्थापित प्रक्रियाओं का उल्लंघन है।
यह कार्रवाई धार्मिक रैकेट का भंडाफोड़ करने के उद्देश्य से की गई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि केंद्रीय एजेंसियां इस प्रकार के संगठित गिरोहों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही हैं।