बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक पी. सुंदरराज ने बुधवार, 16 जुलाई 2025 को बताया कि प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) ने अपने केंद्रीय समिति की हाल ही में जारी पत्र में स्वीकार किया है कि उसने पिछले एक साल में देशभर में सुरक्षा बलों के साथ हुई विभिन्न मुठभेड़ों में 357 माओवादी सदस्यों को खो दिया है। इस बात का खुलासा उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा माओवादी संगठन की गंभीर क्षति को दर्शाता है, खासकर मुख्य संघर्ष क्षेत्रों में।
सुंदरराज ने कहा कि यह जानकारी माओवादी संगठन द्वारा प्रकाशित 24 पृष्ठों की पुस्तिका में प्रकाशित की गई है, जिसमें चार केंद्रीय समिति (सीसी) सदस्य और 15 राज्य समिति स्तर के सदस्य शामिल हैं। इससे संगठन के वरिष्ठ नेतृत्व और संचालन बल का नुकसान स्पष्ट होता है।
बता दें कि केंद्र सरकार के गृह मंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक माओवादी गतिविधियों को समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके तहत सुरक्षा बल लगातार बस्तर में नक्सल विरोधी अभियान चला रहे हैं। छत्तीसगढ़ में हाल ही में हुई सफलताओं में नारायणपुर में सुरक्षा बलों द्वारा माओवादी महासचिव नमबला केशव राव उर्फ बसावराजु (70) का निधन भी शामिल है, जिसे 21 मई को मुठभेड़ में neutralized किया गया। इस साल मानसून में भी ऑपरेशनों का सिलसिला जारी है, जो पिछले वर्षों से अलग है।
आईजी ने बताया कि डंडकारण्य क्षेत्र, जिसमें बस्तर रेंज के जिले और महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले शामिल हैं, को सबसे अधिक क्षति का क्षेत्र माना गया है। यहाँ अकेले पिछले एक साल में 281 माओवादी साजिशकर्ताओं को मारा गया है। इनमें से 136 महिलाएँ हैं।
उन्होंने कहा, “भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों के अनुसार, सुरक्षा बल जनता के हित में और विकास आधारित दृष्टिकोण अपनाए हुए हैं। यह रणनीति, खुफिया सूचनाओं पर आधारित अभियान, हाल के वर्षों में उल्लेखनीय सफलताएँ दिलाने में मदद कर रही है और क्षेत्र में स्थायी शांति के लिए अनुकूल माहौल बना रही है।”
यह समाचार प्रकाशित: 16 जुलाई 2025, रात 10:48 बजे IST।