डार्कफोरम्स: ब्रिचफोरम्स के खात्मे के बाद साइबर अपराध की दुनिया में नई हलचल

डार्कफोरम्स: एक नई साइबर दुनिया का उदय

वर्तमान डिजिटल युग में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है। कुछ खास फोरम और प्लेटफार्म ऐसे हैं, जिनका मुख्य उद्देश्य डेटा लीक, मालवेयर वितरण और हैकिंग टूल्स का आदान-प्रदान करना है। इन सभी में से एक नया नाम तेजी से चर्चा में आया है—डार्कफोरम्स। यह फोरम, जिसने हाल ही में अपनी पहचान बनाई है, ब्रिचफोरम्स के खात्मे के बाद साइबर अपराध की दुनिया में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहा है।

बैकग्राउंड और इतिहास: ब्रिचफोरम्स का अंत

ब्रह्माण्ड के पॉपुलर हैकिंग फोरम ब्रिचफोरम्स को 2023 में उसके संस्थापक की गिरफ्तारी के बाद बंद कर दिया गया था। यह फोरम वर्षों से साइबर अपराध समुदाय का एक मुख्य केन्द्र था, जहां से डेटा लीक, चोरी और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम दिया जाता था। जब इस प्लेटफार्म का अंत हुआ, तो उसकी जगह लेने के लिए नए मंच की तलाश शुरू हुई। इस प्रक्रिया में, डार्कफोरम्स ने अपने कदम बढ़ाए।

डार्कफोरम्स का उदय और तेजी से वृद्धि

डार्कफोरम्स की शुरुआत नवंबर 2022 में हुई थी, जिसे शुरू में “DARK4RMY Forums” कहा जाता था। बाद में इसे सरल नाम—डार्कफोरम्स—में बदल दिया गया। रिपोर्ट के अनुसार, यह फोरम सिर्फ पुराने ब्रिचफोरम्स का हूबहू प्रतिरूप ही नहीं है, बल्कि यह उससे भी अधिक सक्रिय रूप से डेटा लीक, मालवेयर और हैकिंग टूल्स का आदान-प्रदान कर रहा है। अप्रैल से जून 2023 के बीच इसकी बढ़त 600 प्रतिशत तक पहुंच गई, जिससे यह साबित होता है कि साइबर अपराधों के खिलाफ कदम उठाने वाली एजेंसियों के लिए यह चिंताजनक संकेत है।
**(फो तस्वीर के लिए स्थान: डार्कफोरम्स का मुख्य वेबसाइट स्क्रीनशॉट या लॉगइन स्क्रीन)**

डार्कफोरम्स का संचालन: प्रमुख व्यक्तित्व और नेटवर्क

रिपोर्ट के अनुसार, इस मंच का संचालन मुख्य रूप से भारत और इंडोनेशिया जैसे देशों से जुड़े हैकर्स कर रहे हैं। खासतौर पर, भारत में बालांगीर के रहने वाले “Lucifer” नामक एक प्रोग्रामर और स्वयंभू एथिकल हैकर इस मंच के पहले प्रबंधक थे। उन्होंने अपने ऑपरेशनल सुरक्षा में कई कमजोरियां छोड़ दीं, जिनसे उनके डिजिटल फुटप्रिंट साफ-साफ नजर आते हैं।
इसी दौर में, अगस्त 2024 में Lucifer ने मंच छोड़ दिया और उसकी जगह “Knox” नामक सदस्य ने ले ली। Knox का पूर्व नाम “Asmodeus” है, जो कि ल्यूसीफरियन मिथक के प्रति उनके व्यक्तिगत आकर्षण को दर्शाता है।

अन्य मुख्य व्यक्तित्व और उनका योगदान

  • AnonOne: एक प्रमुख एडमिन, जो Lucifer से मेल खाता बर्ताव दर्शाता है। यह व्यक्ति विभिन्न प्लेटफार्मों पर एक जैसी पोस्टिंग करता पाया गया है।
  • MrR0b0t और MrNoiz: शुरुआती मॉडरेटर, जिनके डिजिटल ट्रेस ब्रिटिश, भारतीय और अमेरिकी प्लेटफार्मों में पाए गए हैं।

इन व्यक्तियों की भूमिका के माध्यम से यह समझना आसान है कि यह मंच अभी भी शुरुआती चरण में है और अपने पूर्ववर्ती BreachForum जैसी परिपक्वता का अभाव है। इसकी मुख्य भूमिका डेटा संग्रह और साझा करना है, न कि नई हैकिंग गतिविधियों को अंजाम देना।

साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का सुझाव और आगे का रास्ता

विशेषज्ञों का मानना है कि डार्कफोरम्स और ऐसे प्लेटफार्म बढ़ते अपराध की चुनौतियों को दर्शाते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन फोरम का ऑपरेशनल स्तर अभी भी विकास की प्रक्रिया में है। सरकार और साइबर सुरक्षा एजेंसियों को चाहिए कि वे इन प्लेटफार्मों पर नजर रखें और इनकी गतिविधियों का मुकाबला करने के लिए ठोस रणनीति अपनाएँ। इंडिया टुडे और राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा नीति इसमें मददगार हो सकते हैं।

निष्कर्ष: जोखिम और जागरूकता जरूरी

डार्कफोरम्स का उदय संकेत देता है कि साइबर अपराधियों की नई पीढ़ी और तकनीक में कितनी तेजी से बदलाव हो रहा है। यह मंच खासतौर पर डेटा लीक और चोरी को बढ़ावा दे रहा है, जो नागरिकों, कंपनियों और सरकार के लिए खतरा बढ़ाता है। इस संदर्भ में, जागरूकता और सतर्कता का महत्व अत्यधिक है। सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर सरकार और निजी संस्थान लगातार जानकारी साझा कर रहे हैं।
आप भी सावधानी बरतें, मजबूत पासवर्ड का प्रयोग करें और अनावश्यक लिंक पर क्लिक करने से पहले अच्छी जानकारी जुटाएँ। ऐसी खबरों को नजरअंदाज न करें, क्योंकि साइबर सुरक्षित रहना आज की जरूरत है।

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