चीन और एशियाई बाजारों में ताजा गतिविधियाँ: क्या हैं मुख्य संकेत?
अंतरराष्ट्रीय निवेशकर्ताओं का ध्यान इस समय चीन के बाजार पर केंद्रित है। हाल ही में हुए घटनाक्रम, सरकारी नीतियों और वैश्विक आर्थिक परिदृश्य ने चीनी कंपनियों और स्टॉक्स में नई ऊर्जा भर दी है। सप्ताह के खत्म होने तक, एशियाई शेयर बाजारों ने सकारात्मक रुख दिखाया है, जिसमें हांगकांग और ऑस्ट्रेलिया ने अच्छा प्रदर्शन किया। वहीं, भारतीय बाजार अपेक्षाकृत पीछे रहे।
चीनी बाजार में तेजी की वजहें: तकनीक, मेटल और उपभोक्ता सेक्टर
शंघाई और शेनझेन सूचकांकों में तेजी का माहौल बना रहा, खासकर ग्रोथ स्टॉक्स और नई उभरती हुई सेक्टरों ने अच्छा प्रदर्शन किया। हांगकांग की बात करें, तो यह तेजी Alibaba, Tencent, Xiaomi और Meituan जैसी प्रमुख कंपनियों की बदौलत आई। Alibaba ने +2.93%, Tencent ने +0.39%, Xiaomi ने +1.51% और Meituan ने +1.43% की वृद्धि दर्ज की।
मोटर वाहन सेक्टर, खासतौर पर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, अच्छी शुरुआत कर रहा है। NIO ने अपनी नई मॉडल लॉन्च के साथ +4.63% की बढ़त दर्ज की, वहीं BYD और CATL ने क्रमशः +2.1% और +5.61% की वृद्धि की। इसके साथ ही, गैर-लौह धातुएं, तेल, बीमा और तकनीकी हार्डवेयर क्षेत्रों में भी सकारात्मक संकेत मिले हैं।
सरकार की नीतियों और सरकारी फैसलों का प्रभाव
हाल के दिनों में, चीन की सरकारी एजेंसी, State Administration for Market Regulation (SAMR), ने टैक्नोलॉजी और रिटेल सेक्टर में प्रतिस्पर्धा को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए हैं। इसने Ele.me, Meituan और JD.com जैसी कंपनियों के साथ बैठक की। SAMR ने इन कंपनियों को नियमों का सम्मान करने और अनुचित प्रतिस्पर्धा से बचने की सलाह दी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम का उद्देश्य बाजार में स्थिरता लाना है। UBS की रिपोर्ट बताती है कि अगस्त में यह प्रतिस्पर्धा चरम पर पहुंचने की आशंका है।
इसका परिणाम, आगामी तिमाही में कंपनियों की आय में वृद्धि हो सकती है, लेकिन लाभ में गिरावट दर्ज हो सकती है। अनुमान के मुताबिक, Meituan का शुद्ध लाभ -27%, Alibaba का -5% और JD.com का -42% तक गिर सकता है।
विदेशी निवेश और बाजार के संकेत
आज, मुख्य भूमि चीन के निवेशक ने Hong Kong स्टॉक्स और ETFs में कुल 755 मिलियन डॉलर का नेट खरीदारी की है। Southbound Stock Connect के जरिए यह निवेश हुआ, जो दर्शाता है कि विदेशी निवेशकों का रुचि बढ़ रही है। यदि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौता होता है, तो यह बाजार के लिए एक बड़ा उत्प्रेरक साबित हो सकता है।
इसके अलावा, चीन में हेल्थकेयर, पेय पदार्थ, गैर-लौह धातुएं और रसायन उद्योग के शेयर मजबूत बने हुए हैं। यह संकेत भी मिल रहे हैं कि चीन सरकार आर्थिक सुधारों और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए नई नीतियों पर विचार कर रही है।
नीति और औद्योगिक प्रगति: नई दिशा में कदम
Industry and Information Technology Ministry (MIIT) ने नई योजनाओं की घोषणा की, जिसमें दस उद्योगों के विकास पर जोर दिया गया है। इन उद्योगों में स्टील, गैर-लौह धातुएं, पेट्रोकेमिकल्स और निर्माण सामग्री शामिल हैं। खासतौर पर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), कॉपर, एल्युमीनियम और सोने को प्राथमिकता दी गई है।
वही, रिपोर्ट्स के अनुसार, Politburo की बैठक में नई ‘एंटिल्वल’ (anti-involution) नीति की चर्चा हो सकती है, जिसका उद्देश्य अर्थव्यवस्था में असमानता और अति प्रतिस्पर्धा को नियंत्रित करना है। हालांकि, इसकी संभावित तिथि अभी तय नहीं हुई है।
तकनीकी क्षेत्र और निवेश संबंधी गतिविधियाँ
नवीनतम अपडेट में, Nvidia के CEO Jensen Huang ने चीन के वाणिज्य मंत्रालय के Wang Wentao से मुलाकात की, जिसमें AI क्षेत्र के विस्तार पर चर्चा हुई। इसके साथ ही, एक छोटी AI स्टार्टअप, Minimax, जिसे हाल ही में $4 बिलियन मूल्यांकन मिला है, की फंडिंग को लेकर खबरें हैं।
मशहूर चीनी कंपनी Unitree Robotics ने अपनी IPO की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसकी संस्थापक Wang Xingxing की हिस्सेदारी 23.8% है। यह संकेत है कि चीन में रोबोटिक्स और AI सेक्टर में नई संभावनाएं बन रही हैं।
National Development and Reform Commission (NDRC) ने विदेशी कंपनियों को चीन में निवेश के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रेस कॉन्फ्रेंस की। वहीं, People’s Bank of China (PBOC) की बैठक में लोन प्राइम रेट (LPR) पर निर्णय लिया जाएगा, जो गृहऋण और अन्य लोन की ब्याज दरों को प्रभावित करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार कोई परिवर्तन नहीं होगा।
समापन: चीन का आर्थिक भविष्य और वैश्विक संबंध
यह समय चीन के लिए चुनौती और अवसर दोनों लेकर आया है। सरकारी नीतियों का सही तरीके से क्रियान्वयन, विदेशी निवेश में वृद्धि, और नई तकनीकों का अवतार चीन को वैश्विक आर्थिक मंच पर मजबूत स्थान दिला सकता है। साथ ही, चीन की नई नीतियों और सप्लाई चेन सुधारों का वैश्विक बाजार पर स्थायी प्रभाव पड़ सकता है।
यह भी स्मरणीय है कि भविष्य में अमेरिका-चीन ट्रेड डील का सफल होना, बाजार के विकास के लिए एक बड़ा संकेतक साबित हो सकता है। ऐसे में निवेशक, नीति निर्माता और उद्योग जगत के विशेषज्ञ इस पर नजर जमाए हुए हैं।
यह रिपोर्ट इस बात को रेखांकित करती है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था की दिशा और चीन की आर्थिक रणनीतियाँ, दोनों ही मिलकर पूरे एशिया और विश्व के वित्तीय माहौल को प्रभावित कर सकती हैं।
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