2025 में उभर रहा है ऑर्गेनिक खेती का नया दौर: जानिए कैसे बढ़ रहा है Certified Organic Agricultural Inputs का बजार

नई रिपोर्ट का विश्लेषण: 2025 से 2032 तक का उछाल

दुनिया भर में जैविक कृषि का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है और इस ट्रेंड का प्रभाव मुख्य रूप से Certified Organic Agricultural Inputs के बाजार पर देखने को मिल रहा है। नए शोध और रिपोर्ट के अनुसार, यह बाजार 2025 से 2032 के बीच बहुत तेजी से बढ़ेगा, और इसका आकार 14.36 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि इस क्षेत्र में सालाना 15.2% की वृद्धि दर देखी जाएगी, जो कृषि और खाद्य उत्पादन के क्षेत्र में बदलाव का संकेत दे रही है।

Organic farming

क्यों बढ़ रहा है Certified Organic Inputs का महत्व?

स्वच्छ और सुरक्षित खाद्य का बढ़ता हुआ रुझान

खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता बढ़ने के साथ ही, लोग अब रासायनिक खरपतवार और कीटनाशकों से मुक्त भोजन की ओर झुकाव बढ़ा रहे हैं। इस वजह से, किसानों को जैविक इनपुट्स की मांग में वृद्धि हो रही है।

सरकार का समर्थन और नीतियां

विभिन्न देशों की सरकारें जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी और नई नीतियां लागू कर रही हैं। जैसे यूरोपीय संघ ने 2030 तक 25% कृषि भूमि को जैविक बनाने का लक्ष्य रखा है, वहीं अमेरिका में USDA ने जैविक खेती के लिए नए फंड्स की घोषणा की है। इससे बाजार की रफ्तार और भी तेज हो रही है।

मुख्य क्षेत्र और उपभोग की प्रवृत्तियाँ

यूरोप का नेतृत्व

2025 में, यूरोप सबसे बड़ा बाजार बनने की ओर बढ़ रहा है। वहां जैविक खाद्य उत्पादों की मांग बहुत अधिक है, और सरकारें सख्त नियमावली लागू कर रही हैं। जर्मनी, फ्रांस, और ब्रिटेन जैसे देशों में जैविक इनपुट्स का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। यह क्षेत्र अपने मजबूत जैविक खेती अवसंरचना और सरकार के समर्थन के कारण प्रमुख माना जा रहा है।

विकासशील देशों में तेजी

विकासशील देशों में भी जैविक खेती का रुझान बढ़ रहा है, क्योंकि वहां के किसान रासायनिक रसायनों की बजाय प्राकृतिक विकल्पों को प्राथमिकता दे रहे हैं। खासकर, एशिया और अफ्रीका के कई देश जैविक कृषि प्रणाली अपनाने में तेजी दिखा रहे हैं।

प्रमुख प्रकार और फार्मुला का चलन

बीआकंट्रोल का वर्चस्व

2025 में, जैविक कीटनाशकों और कीट नियंत्रक उत्पादों की लोकप्रियता सबसे अधिक होने की उम्मीद है। रासायनिक कीटनाशकों पर प्रतिबंध लगने के कारण किसान अब बायोपीस्टिसाइड्स, माइक्रोबियल कंट्रोल एजेंट्स और लाभकारी कीड़ों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे खाद्य सुरक्षा और पर्यावरण दोनों सुरक्षित हो रहे हैं।

सिंचाई और फॉर्मुला कीrijving

तरल जैविक इनपुट्स का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है, क्योंकि ये आधुनिक कृषि उपकरणों जैसे ड्रिप इरिगेशन और स्प्रेयर के साथ आसानी से मिल जाते हैं। इससे आवेदन की प्रक्रिया सरल और लागत प्रभावी बन जाती है।

आवेदन विधि और फसल प्रकार

फ्लोरियल एप्लीकेशन का वर्चस्व

फसल पर सीधे छिड़काव (फ्लोरियल एप्लीकेशन) सबसे लोकप्रिय विधि बन रही है। इससे पौधों को तुरंत पोषण मिल जाता है और मिट्टी में कम हस्तक्षेप होता है। यह तकनीक पेड़, फूल, और सब्जियों में खास तौर पर इस्तेमाल हो रही है।

फलों और सब्जियों में बढ़ती माँग

विशेष रूप से, फल और सब्जियों के क्षेत्र में जैविक इनपुट्स का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है। ऑर्गेनिक फलों और सब्जियों की बाजार कीमतें भी अधिक हैं, और उपभोक्ता जागरूकता बढ़ने के साथ यह रुझान और मजबूत हो रहा है।

आगे की राह और निष्कर्ष

इन नए आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि जैविक कृषि की दुनिया में बदलाव आ रहा है। किसानों, बाजार और सरकार तीनों स्तर पर यह बदलाव दिख रहा है। जैविक इनपुट्स का बढ़ता उपयोग न सिर्फ पर्यावरण के लिहाज से अच्छा है, बल्कि यह खाद्य सुरक्षा और पौष्टिकता को भी बेहतर बना रहा है।

इस बढ़ते बाजार का उद्देश्य है कि अधिक टिकाऊ, सुरक्षित और स्वस्थ भोजन का उत्पादन किया जा सके। यह भी जरूरी है कि किसानों और उपभोक्ताओं दोनों को जागरूक किया जाए, ताकि इस बदलाव का लाभ सबको मिले।
तो, आप इस विषय पर अपनी राय क्या रखते हैं? अपने विचार नीचे कमेंट करें।

अधिक जानकारी के लिए आप विश्व की सूचनाओं या विकिपीडिया जैसी विश्वसनीय स्रोतों का संदर्भ ले सकते हैं।

आशा है कि यह रिपोर्ट और जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *